HELPING THE OTHERS REALIZE THE ADVANTAGES OF पारद शिवलिंग कैसे साफ करें

Helping The others Realize The Advantages Of पारद शिवलिंग कैसे साफ करें

Helping The others Realize The Advantages Of पारद शिवलिंग कैसे साफ करें

Blog Article

gemstones and astrology, absolutely free astrology and gemstones, cost-free online gemstone suggestion, proper approach to don gemstones, how to learn which stone to wear

astrological treatments for melancholy, jyotish remedies for depression, astrological reason for despair

अर्थात मिट्टी अथवा पत्थर के शिवलिंग के पुजन करके करोड़ों गुणाअधिक फल स्वर्ण निर्मित शिवलिंग के पुजन से मिलता है स्वर्ण से करोंड़ो गुना अधिक फल मणि और मणि से करोड़ो गुणा अधिक फल बाल लिंग नर्मदेश्वर के पूजन से प्राप्त होता है तथा नर्मदेश्वर बाललिंग से भी करोड़ो गुणा अधिक फल पारद शिवलिंग के पूजन या दर्शन से ही प्राप्त हो जाता है।

दरिद्रता, दुःख, पाप क्या होता है, रोग और शौक क्या होता है अगर पारदेश्वर के दर्शन मात्र से साक्षात् सौभाग्य उदय हो जाता है  

पारद, जिसे पारा भी कहा जाता है, एक तरल धातु है। पारद शिवलिंग को अत्यंत शुभ माना जाता है। हिंदू धर्म में इसकी महिमा का वर्णन इस प्रकार है:

अगर किसी व्यक्ति पर नकारात्मक शक्तियों का या ग्रहों के अशुभ प्रभाव का असर है तो पारद शिवलिंग को गंगाजल से स्नान कराएं और फिर गंगाजल को उस व्यक्ति पर छिड़क दें, ऐसा करने से सभी नकारात्मक चीजें दूर हो जाती हैं। साथ ही अगर आप उस गंगाजल को कार्यक्षेत्र या व्यापारिक स्थल पर छिड़क देते हैं तो उन्नति होती है और लाभ के नए अवसर भी प्राप्त होते हैं।

शिवलिंग पर अक्सर जल और बिल्वपत्र तो चढ़ाया ही जाता है लेकिन इसके अलावा भी बहुत कुछ अर्पित किया जाता है। शिवजी का कई प्रकार के द्रव्यों से अभिषेक किया जाता है। सभी तरह के अभिषेक का अलग-अलग फल दिया गया है। शिव पुराण के अनुसार किस द्रव्य से अभिषेक करने से क्या फल मिलता है? जानिए-

माना जाता है कि शिवलिंग को कभी भी अकेला नहीं रखना चाहिए। उसके साथ भगवान शिव के पूरे परिवार यानी माता पार्वती, गणेश जी और कार्तिकेय की तस्वीर रखनी चाहिए। घर के शिवलिंग में न कराएं प्राण प्रतिष्ठा

प्रमेह रोग शांत्यर्थम् प्राप्नुयात मान्सेप्सितम।

Also defends people from organic calamities, disaster, external negative outcomes. Many of the quotation while in the quite vintage texts of Ayurveda and mythological resources which supports these

शिवलिंग को महादेव का निराकार स्वरूप माना जाता है. शिवलिंग ऊर्जा का भंडार है. इसलिए इसकी पूजा के लिए विशेष नियम बनाए गए हैं.

- शुद्ध शहद से रुद्राभिषेक करने से पाप क्षय होते हैं।

ग्रंथों में बताया गया है कि पारद स्वयं सिद्ध धातु होती है। इसका वर्णन चरक संहिता समेत कई पुराणों read more में मिलता है।

उसके बाद जातक को पूर्व-उत्तर दिशा की ओर मुंह करके बैठना चाहिए।

Report this page